Sunday, May 6, 2018

316.हमने देखा है

हमने देखा है

तुमने तो गरीबों को ही रोते देखा है
हमनेअमीरों को भी तड़पते देखा है

चन्द सिक्कों में जश्न मनाते हैं गरीब
हमने जमींदारों को भी रोते देखा है।

झोपड़ों में भी खुशी से रहते हैं गरीब
हमने महलों में खूब झगड़ते देखा है।

गरीबी का क्यों तुम उड़ाते हो मज़ाक
हमने गरीबों से बदतर अमीर देखा है।

फ़टे कपड़ों में भी शर्म छुपाते हैं गरीब
हमने अमीरों को हया लुटाते देखा है।

गरीब तो मुफ़्त में ही बदनाम है प्रियम
अमीरों को भी फ़टे कपड़ों में देखा है।
©पंकज प्रियम
6.5.2018

क्या फैशन है? किसी गरीब औरत का पल्लू भी फट जाय तो तो पैबन्द लगाकर पहनती है। गरीब औरतों की मजबूरी है कि वो नई साड़ी नहीं खरीद सकती  लेकिन ये सेलिब्रेटी गुप्त अंगों को दिखाने के लिए नए फ़टे कपड़े पहन रही है।



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